हिंदुस्तान टाइम्स में आई एक रिपोर्ट के अनुसार तृणमूल कांग्रेस को यह अंदरूनी जानकारी मिली है कि इन चुनावों में लेफ़्ट समर्थकों का एक अच्छा-ख़ासा हिस्सा बीजेपी के पक्ष में वोट कर चुका है और कर रहा है। यह अच्छा-ख़ासा हिस्सा कितना है, इसी पर निर्भर करता है कि बीजेपी बंगाल में कितनी सीटें लाएगी। यदि 5-10% हुआ तो बहुत अंतर नहीं पड़ेगा क्योंकि बीजेपी और तृणमूल के पिछले वोट शेयर में 23% का गैप है। लेकिन यदि एक-तिहाई लेफ़्ट वोटर ने इस बार बीजीपी को वोट डाला हो तो बीजेपी का वोट शेयर 17 से बढ़कर कम-से-कम 27% हो जा सकता है और उसकी सीटें 10 से ज़्यादा हो सकती हैं।