जिंदगी और मौत के बीच बस एक बारीक लकीर होती है, जैसे भरोसे और घात के बीच। यह जो बारीक-सी लकीर है उसमें कई चीजें शामिल होती हैं। समय, साथ, संसाधन और संयोग भी, जिसे आप किस्मत कह सकते हैं।
ज़िंदगी और मौत के बीच की बारीक लकीर!
- विचार
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- 20 Apr, 2021

कोरोना के इस बार के हमले में बचाव का कोई हथियार टिक नहीं रहा। स्वास्थ्य व्यवस्था का खुद ही दम निकल चुका है। जैसे तेज़ तूफान में आदमी दोनों हाथों से आँख-नाक को बचाते हुए सिर दबाए रहता है, कुछ देखने की हिम्मत नहीं जुटा पाता, सरकारों का हाल वैसा ही है।