भारतीय लोगों का राष्ट्रीय उद्देश्य एक अविकसित देश से पूर्णतः विकसित, अत्यधिक औद्योगीकृत देश में बदलना होना चाहिए, तभी हम अपनी ग़रीबी, पिछड़ेपन, बड़े पैमाने पर बेरोज़गारी, बाल कुपोषण के भयावह स्तर, उचित स्वास्थ्य सेवा की लगभग पूरी कमी, जनता के लिए अच्छी शिक्षा का अभाव और अन्य कई सामाजिक बुराइयों से छुटकारा पा सकते हैं।
देश को बदल सकता है किसान आंदोलन!
- विचार
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- 6 Jan, 2021

किसान आंदोलन हकीकत में आर्थिक मुद्दे पर आधारित है। किसानों को उनकी उपज के लिए पर्याप्त पारिश्रमिक नहीं मिल रहा है। यह राम मंदिर बनाने जैसे भावनात्मक और भावुक मुद्दे जैसा नहीं है। इसे भारत के लगभग 75 करोड़ किसानों का समर्थन प्राप्त है, हालांकि ज़ाहिर है कि ये सभी दिल्ली के पास इकट्ठा नहीं हो सकते हैं।
इस तरह का परिवर्तन केवल एक ऐतिहासिक शक्तिशाली एकजुट लोगों के जनसंघर्ष के माध्यम से ही संभव है, जो सामंती सोच और प्रथाओं (जैसे- जातिवाद, सांप्रदायिकता, अंधविश्वास आदि) की सारी गंदगी को मिटा देगा, जो भारत में सदियों से एकत्र हुए हैं और फिर एक राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था का निर्माण करेगा जिसके तहत भारत तेज़ी से औद्योगिकीकरण की ओर बढ़ेगा और लोगों को उच्च जीवन स्तर के साथ सभ्य और समृद्ध जीवन मिलेगा।