कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है। इस चुनाव पर समूचे देश की निगाहें टिकी हुई थीं। राजनीतिक हलकों और हिन्दी मीडिया में पहली बार कर्नाटक चुनाव खास चर्चा में रहा। भाजपा का दक्षिणी सिंहद्वार पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए महत्वपूर्ण बन गया था। दरअसल, यह चुनाव आने वाले वक्त की राजनीतिक दिशा तय करने वाला माना गया।

कर्नाटक का चुनाव कांग्रेस ने दलित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में लड़ा और जीता। जहां तमाम वजहें इस जीत के लिए जिम्मेदार हैं लेकिन खड़गे के जरिए कांग्रेस ने जो नेरेटिव बनाया है, उसकी भी कम बड़ी भूमिका नहीं है। यह नई कांग्रेस है। कांग्रेस ही दलित प्रधानमंत्री दे सकती है, वरना भाजपा की सनातन राजनीति के सपने तो कुछ और हैं। रविकान्त की कलम से कर्नाटक चुनावः
लेखक सामाजिक-राजनीतिक विश्लेषक हैं और लखनऊ विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में असि. प्रोफ़ेसर हैं।