देश की बीजेपी सरकार लोकतंत्र समर्थक या संरक्षक नहीं है, यह तो 2016 के दादरी कांड से ही स्पष्ट हो गया था। जब दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने का यह असर हुआ कि दिल्ली के पास दादरी में अखलाक के घर में घुसकर फ्रिज में रखा गया मांस देखा गया। घर में घुसकर मांस देखने और घर के मुखिया की हत्या से सामाजिक स्थिति और उस पर सरकार के रुख से आगे का सरकारी रवैया साफ़ हो चुका था। यह अलग बात है कि जो लोग तब नहीं समझे थे वो अब भी नहीं समझे हैं।