तो आख़िरकार 8 जुलाई को टेस्ट क्रिकेट ने फिर से उम्मीद की नई सांस ले ही ली। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज़ के बीच साउदैंपटन में जब पहले टेस्ट के लिए पहली गेंद फेंकी गई तो नज़ारा ऐतिहासिक था।