दस अक्टूबर को ताइवान के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर नई दिल्ली में ताइवान के प्रतिनिधि कार्यालय ने जब स्थानीय अखबारों में विशेष सप्लीमेंट निकाले तो चीन चिढ़ गया और एक बयान जारी कर भारतीय मीडिया से कहा कि ताइवान चीन का अभिन्न हिस्सा है और चीन का ही एक प्रांत है जिसे वह चीन से अलग कर पेश नहीं करे।
अड़ियल चीन को सबक सिखाने के लिए ताइवान के साथ संबंध मजबूत कर रहा भारत
- विचार
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- 10 Oct, 2020

चीन ने भारतीय मीडिया से ताइवान को लेकर संवेदनशीलता दिखाने का आग्रह किया है। लेकिन भारतीय सामरिक हलकों में यह सवाल पूछा जाने लगा है कि जब चीन को भारत की वन इंडिया नीति की कोई परवाह नहीं है और हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर वह भारत की प्रादेशिक एकता के ख़िलाफ़ बयान देता और हरकतें करता रहा है तो भारत भी चीन की प्रादेशिक एकता और सम्प्रभुता का सम्मान क्यों करे।
चीन ने कहा कि भारत हमेशा से ही ताइवान को चीन का हिस्सा मानते हुए वन चाइना नीति की पुष्टि करता रहा है इसलिये भारतीय मीडिया ताइवान को एक स्वतंत्र राष्ट्र और इसके नेता को राष्ट्रपति के तौर पर नहीं बताए।
भारत क्यों करे परवाह
चीन ने भारतीय मीडिया से ताइवान को लेकर संवेदनशीलता दिखाने का आग्रह किया है। लेकिन भारतीय सामरिक हलकों में यह सवाल पूछा जाने लगा है कि जब चीन को भारत की वन इंडिया नीति की कोई परवाह नहीं है और हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर वह भारत की प्रादेशिक एकता के ख़िलाफ़ बयान देता और हरकतें करता रहा है तो भारत भी चीन की प्रादेशिक एकता और सम्प्रभुता का सम्मान क्यों करे।