“शीतयुद्ध ख़त्म होने के बाद से ज़्यादातर जगहों पर लोकतांत्रिक व्यवस्था सैनिकों और जनरलों ने ध्वस्त नहीं किया है, लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों ने ही ऐसा किया है।” हाल के दिनों में सबसे ज़्यादा पढ़ी गई किताबों में एक ‘हाऊ डेमोक्रेसीज़ डाई’ का यह केंद्रीय दावा है। अपने समय के सबसे विलक्षण राजनीति वैज्ञानिकों में एक स्टीवन लेवित्स्की और डैनिएल ज़िब्लाट इस पुस्तक के लेखक हैं।