राधा-कृष्ण के होली खेलने का प्रसंग क्या भावावेश में की गई सिर्फ कवि की कल्पना है? क्या राधा पर गोपियाँ भारी पड़ती थीं? सारी ठिठोली गोपियों के हिस्से और राधा के भाग्य में विरह! प्रेम का भविष्य उसी वक्त लिखा गया, बिछोह की लिपि में।

कृष्ण के संग होली के प्रसंग गोपियों के साथ ज्यादा हैं, राधा के साथ कम। राधा की जानबूझ कर उपेक्षा की गई या राधा कोई अलग स्त्री थी ही नहीं? कौन थी राधा? कृष्ण के बाहर थी, या भीतर थी?