आज के हिंदुस्तान का मुसलमान धर्मांध, कट्टर, सांप्रदायिक, देशद्रोही और यहाँ तक कि आतंकवादी तक क़रार दिया जाता है। किसी मुसलमान को पाकिस्तानी कहना गोया मुहावरा बन गया है। नौजवानों की आपसी बातचीत से लेकर ऑटोवालों की चिल्ल-पों में भी आपको सार्वजनिक रूप से यह शब्द सुनाई दे सकता है। यह शब्द मुसलमानों के लिए गाली बन गया है। गाली देने का मतलब ही होता है, सामने वाले के साहस को तोड़ देना। उसे अपमानित करके कमजोर साबित करना। इसलिए जो लोग इस पाकिस्तानी शब्द का प्रयोग करते हैं, वे यह कभी परवाह नहीं करते कि सुनने वाले के मन पर इसका क्या असर होता है। इससे कितनी तकलीफ हो सकती है, यह बताना भी मुश्किल है।