ज्ञानवापी मस्जिद पर अदालती कार्रवाई की रिपोर्टिंग में धड़ल्ले से एक पक्ष को हिन्दू पक्ष और दूसरे को मुसलिम पक्ष लिखा-बताया जा रहा है। खैरियत है कि इसमें पक्ष जोड़ दिया गया है और सीधे हिन्दू-मुसलमान नहीं लिखा गया लेकिन जिस तरह से इसे हिन्दू और मुसलिम पक्ष का मामला बताया जा रहा है, वह हिन्दू-मुसलमान करने जैसा ही है।