तालाबंदी के दौरान जो करोड़ों मज़दूर अपने गाँव लौट गए थे, उन्हें रोज़गार देने के लिए सरकार ने महात्मा गांधी रोजगार योजना (मनरेगा) में जान डाल दी थी। सरकार ने लगभग 4.5 करोड़ परिवारों की दाल-रोटी का इंतजाम कर दिया था। लेकिन इस योजना की तीन बड़ी सीमाएं हैं।
मज़दूरों को अधिक राहत देने के लिए मनरेगा में बदलाव करे सरकार
- विचार
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- 8 Jul, 2020

जब कोरोना का ख़तरा ख़त्म हो जाएगा तो ये करोड़ों मज़दूर खुशी-खुशी काम पर लौटना चाहेंगे और सरकार का सिरदर्द अपने आप ठीक हो जाएगा। गलवान घाटी का तनाव घट रहा है तो सरकार से यह उम्मीद की जाती है कि वह अब अपना पूरा ध्यान कोरोना से लड़ने में लगाएगी।