प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को बीते दस साल से अलग-अलग ओहदों में रहते हुए सुशोभित कर रहे कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह को ‘जश्ने रोशनी’ और ‘जश्ने आभा’ जैसे नामों में दिवाली के इस्लामीकरण का ख़तरा नज़र आता है। इस दिवाली पर आईआईटी कानपुर के कुछ छात्रों ने जो समारोह किया, उसके निमंत्रण पत्र पर उन्होंने ‘जश्ने रोशनी’ लिखा। इसी तरह लेडी श्रीराम कॉलेज में दिवाली के मौक़े पर ‘जश्ने आभा’ हुआ। केंद्रीय मंत्री को इन दोनों शब्दों पर एतराज़ है।