कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और सुप्रसिद्ध नेता डाॅ. फारुक अब्दुल्ला ने एक वेबिनार में ग़ज़ब की बात कह दी है। उन्होंने कश्मीर के पंडितों की वापसी का स्वागत किया है। कश्मीर से तीस साल पहले लगभग 6-7 लाख पंडित लोग भागकर देश के कई प्रांतों में रहने लगे थे। अब तो कश्मीर के बाहर इनकी दूसरी और तीसरी पीढ़ी तैयार हो गई है। अब कश्मीर में जो कुछ हज़ार पंडित बचे हुए हैं, वे वहाँ मजबूरी में रह रहे हैं।
कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए जगमोहन के विरुद्ध फारुक की जाँच की माँग क्यों?
- विचार
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- 4 Aug, 2020

यदि कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए आज डाॅ. फारुक जगमोहन के विरुद्ध जाँच बिठाने की माँग कर रहे हैं तो उस जाँच की अग्नि-परीक्षा में सबसे पहले ख़ुद डाॅ. फारुक को खरा उतरना होगा। पंडितों के उस पलायन के लिए जो भी ज़िम्मेदार हो, आज ज़रूरी यह है कि कश्मीर के सारे नेता फिर से मैदान में आएँ और ऐसे हालात पैदा करें कि आतंकवाद वहाँ से ख़त्म हो और पंडितों की वापसी हो।