तीन दिन पहले जब हम मीडिया और सोशल मीडिया पर डॉटर्स डे मना रहे थे, अलीगढ़ के जेएन अस्पताल में एक बेटी जिंदगी और मौत से लड़ रही थी। फेसबुक की हमारी वॉल बेटियों की तारीफ में कविताओं और कसीदों से उमड़ी पड़ी थी और एक बेटी नृशंस बलात्कार और हिंसा के बाद जिंदगी की जंग हार जाने के मुहाने पर पहुंच रही थी।
हाथरस रेप कांड: जब आप डॉटर्स डे मना रहे थे, वो मौत से लड़ रही थी
- विचार
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- 30 Sep, 2020

तीन दिन पहले जब हम मीडिया और सोशल मीडिया पर डॉटर्स डे मना रहे थे, अलीगढ़ के जेएन अस्पताल में एक बेटी जिंदगी और मौत से लड़ रही थी।
इतना ही नहीं, इस घटना के बाद पिछले 15 दिनों से किसी मेनस्ट्रीम मीडिया में यह खबर चलती दिखाई नहीं दी। प्राइम टाइम डिबेट तब भी सुशांत को न्याय दिलाने में व्यस्त थी। यूपी की सरकार हर संभव कोशिश कर रही थी कि मामला दब जाए।
जीभ काटी, लाठियों से मारा
ये 14 सितम्बर की घटना है। देश की राजधानी से महज 200 किलोमीटर दूर हाथरस के चंदपा क्षेत्र में 19 साल की लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ। उसी के गांव के ऊंची जाति के चार दबंगों ने बलात्कार के बाद उसे लाठियों से इतना मारा कि उसकी गर्दन, हाथ, पैर और रीढ़ की हड्डियां टूट गईं। वे यही नहीं रुके। उन्हें डर था कि लड़की उनका नाम उगल देगी तो उन्होंने उसकी जीभ काट दी।