जिस दिन देश के 74 पूर्व नौकरशाहों के एक बड़े समूह ने उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था के ख़स्ताहाल और संवैधानिक शासन के हर दिन खड्ड में और गिरते जाने को लेकर एक खुला पत्र जारी किया, उसके 5 दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस में मुख्यमंत्री की पीठ ठोकने में कोई कसर बाक़ी नहीं छोड़ी।