दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार खाता खोलने में नाकाम रही कांग्रेस के सामने राष्ट्रीय स्तर पर पहाड़ जैसी चुनौतियां खड़ी हैं। इन चुनौतियों से निपटने के बारे में चिंतन करने के बजाय कांग्रेस दिल्ली के चुनाव नतीजे आने के बाद फिलहाल पिछले दो सालों में बीजेपी की लगातार छह राज्यों में हुई हार का जश्न मना रही है। कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने दिल्ली में बीजेपी के ख़राब प्रदर्शन और आम आदमी पार्टी की जीत पर ख़ुशी का इज़हार किया है। लेकिन दिल्ली के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रसातल में चले जाने पर किसी भी बड़े कांग्रेसी नेता ने मुंह नहीं खोला है। दिल्ली में कांग्रेस की ख़स्ता हुई हालत पर पार्टी के भीतर ही सिर फुटव्वल हो रही है।
दिल्ली: लगातार पस्त हो रही कांग्रेस; अध्यक्ष चुनने में भी नाकाम
- विचार
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- 14 Feb, 2020

दिल्ली में दूसरी बार करारी शिकस्त मिलने के बाद कांग्रेस को आत्मचिंतन की सख़्त ज़रूरत है। पार्टी अपने अध्यक्ष को लेकर भी फ़ैसला नहीं कर सकी है।