रात के 12.30 बजे मनीष सिंह का फ़ेसबुक पर जवाब आता है- सर, इनको एंबुलेंस मिल गई है। बात हो गई। आप कंफर्म कर सकते हैं। मैंने रात 12 बजे के आसपास गाज़ियाबाद से आए एक मैसेज को अपने फ़ेसबुक वॉल और ट्विटर पर शेयर किया था। आधे घंटे में निदान मिल गया। मनीष से सीधे तौर पर परिचित नहीं, लेकिन अब उनका नाम जीवन में शायद ही भूल पाऊँ।