अपने कार्यकाल के अंतिम दिन शुक्रवार को भारत के निवर्तमान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड ने वकीलों की संस्थाओं द्वारा दिए गए विदाई समारोह में ठीक ही कहा कि संभवतः वह देश की सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा “ट्रोल” किये जाने वाले सीजेआई होंगे। लेकिन यह स्थिति किसके कारण हुई है? अगर आप मीडिया-प्रेमी होंगे, अगर पद के अनुरूप कुछ पारम्परिक और निषेधात्मक मान्यताओं को तोड़ते हुए अपने को “पब्लिक जज” (जैसा कि उन्होंने इसी समारोह में अपने बारे में बताया) करार देंगे तो स्वतंत्र मीडिया आपके फैसलों का, व्यक्तित्व का और कोर्ट-इतर आचरण का बेबाक विश्लेषण तो करेगा ही।