देश के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) पर लगे यौन शोषण के मामले में क्या सुप्रीम कोर्ट की जाँच कमेटी ने ग़लती की है। क्या मुख्य न्यायाधीश को बिना शिकायतकर्ता की बात को पूरी तरह सुने क्लीन चिट दे दी गई है? क्या सुप्रीम कोर्ट की जाँच कमेटी ने ऐसा करके सुप्रीम कोर्ट की मर्यादा भंग की है और क्या इस फ़ैसले से सुप्रीम कोर्ट की साख गिरी है? और यह शक बना रह गया है कि यौन शोषण मामले में कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ है।