तो अब यह साफ़ हो गया है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने सत्ता में बने रहने के लिए अपने राष्ट्र के हितों और अंतरराष्ट्रीय मान्य लोकतान्त्रिक सिद्धांतों को ताक में रख दिया है। वे घोषित आतंकवादियों को बचाने के लिए अभिव्यक्ति की आज़ादी की दुहाई दे रहे हैं। उन्हें एक लोकतांत्रिक देश की संप्रुभता मानवीय मूल्य याद नहीं आते।