किसी भी बीमारी के संदर्भ में आदर्श वाक्य है - ‘सावधानी और रोकथाम ही सुरक्षा है।’ लेकिन COVID-19 यानी कोरोना वायरस के मामले में यह आदर्श वाक्य एक लाचारी बन गया है। क्योंकि इस वायरस से बचने का कारगर टीका या दवा की टिकिया दुनिया का कोई भी आविष्कारक अब तक विकसित नहीं कर पाया है। तथ्य यह भी है कि इस वायरस को झेलने या उपचार करने का किसी जीवित व्यक्ति को अनुभव नहीं है। इसीलिए दुनिया भर के चिकित्सक कोई दवा खाने की नहीं बल्कि मात्र सावधानी बरतने की सलाह ही दे पा रहे हैं।