जीत का नशा सिर चढ़ कर बोलता है। इसे संभाल कर रखना बहुत बड़ी चुनौती है। किसी भी सियासी पार्टी के पाँव बहकने का ख़तरा बना रहता है। 36 बरस पहले राजीव गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस के साथ ऐसा ही हुआ था। अब नरेंद्र मोदी सरकार के साथ भी यही हो रहा है।
बीजेपी का नारा - 'आ बैल मुझे मार'
- विचार
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- 29 Jan, 2020

देश की राजधानी होने के कारण दिल्ली की राजनीति अन्य राज्यों से हटकर है। शाहीन बाग़ आन्दोलन इसी राजनीति का प्रतीक है। एक सप्ताह बाद वोटर को तुरुप चाल चलनी है और एक पार्टी नेता चुनाव जीतने पर मंदिर और मसजिद एक महीने में तोड़ने की बात करता है। कल कोई दूसरा छुटभैया नेता चर्च और गुरुद्वारा गिराने की बात करेगा।