तालिबानी अतिवादी व कट्टरपंथी हिंसक गतिविधियों के चलते पूरी दुनिया में कुख्यात अफ़ग़ानिस्तान में तीन दिनों के भीतर हुये दो हादसों ने विश्व का ध्यान एक बार फिर अफ़ग़ानिस्तान की ओर खींचा है। पहली घटना अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में 18 जून शुक्रवार को घटित हुई जहां काबुल के बाग़-ए-बाला क्षेत्र में कार्ते परवान गुरुद्वारे में कई विस्फोट किये गये। इस आतंकी हमले में एक सिख श्रद्धालु व गुरुद्वारे के एक मुस्लिम गार्ड सहित तीन लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए।
अफ़ग़ानिस्तान : कोई देखे या न देखे अल्लाह देख रहा है
- विचार
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- 28 Jun, 2022

तालिबान की गतिविधियों के कारण अफगानिस्तान अकेला पड़ता जा रहा है। देश में आए जबरदस्त भूकंप के बाद वह कैसे दुनिया से मदद हासिल करेगा?
ख़बरों के अनुसार हथियारबंद बंदूक़धारियों द्वारा गुरुद्वारे पर अंधाधुंध फ़ायरिंग की गयी। गत वर्ष अक्तूबर में भी तालिबान के सत्ता में आने के कुछ समय बाद ही कुछ अज्ञात बंदूक़धारियों द्वारा इसी गुरुद्वारा कार्ते परवान पर हमला किया गया था जिससे गुरद्वारा संपत्ति को काफ़ी नुक़सान पहुंचा था ।
शनिवार सुबह काबुल के इसी गुरद्वारे में आतंकवादियों तथा तालिबान लड़ाकों के बीच कई घंटे तक मुठभेड़ चली। तालिबान सुरक्षा बलों ने घटना में शामिल तीन हमलावरों को लगभग तीन घंटे तक चली मुठभेड़ में मार गिराया।