उत्तर प्रदेश के चुनाव में बेरोजगारी अहम मसला बन गया है। करीब हर सरकारी भर्ती का विवाद में आना और खासकर अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) के साथ हुए भेदभाव और कथित धांधलियां चुनावी चर्चा में है। रेलवे भर्ती बोर्ड की एनटीपीसी परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ बिहार के आधे दर्जन से ज्यादा जगहों पर उग्र प्रदर्शन, आगजनी और इसकी आंच इलाहाबाद तक पहुंचने के बाद भर्तियों में गड़बड़ी का मसला एक बार फिर सतह पर आ गया है। यह उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को अच्छा खासा दर्द देने जा रहा है।
भर्तियों में गड़बड़ी का ख़ामियाज़ा तो बीजेपी सरकार को उठाना ही होगा!
- विचार
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- 27 Jan, 2022

उत्तर प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर से लेकर प्राइमरी के मास्टर तक की भर्ती में हुई गड़बड़ियां और पेपर आउट होने का मसला चुनाव के दौरान मुद्दा बन रहा है और यह बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा रहा है।