अरविंद केजरीवाल के फ़ैसले को चाहे उप राज्यपाल अनिल बैजल ने एक ही दिन में उलट दिया हो, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एक बड़ी बहस को राष्ट्र के लिए खोल दिया है कि देश की राजधानी आख़िर किसकी है और किन लोगों के लिए है?