केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी-दिवस के अवसर पर कोई ऐसी बात नहीं की, जिस पर कोई जरा भी आपत्ति कर सके लेकिन फिर भी कांग्रेस और कुछ दक्षिण भारतीय नेताओं ने उनका कड़ा विरोध किया। अपने आप को मुसलमानों का नेता कहने वाले एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन औवेसी ने भी बीजेपी विरोधियों के स्वर में स्वर मिलाया। इन तमिल, कन्नड़, बांग्ला और मुसलिम नेताओं को बीजेपी का विरोध करना है, इसीलिए उन्होंने हिंदी के विरुद्ध शोरगुल मचाना शुरू कर दिया है।