ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव नतीजों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बीजेपी की हिंदुत्ववादी ध्रुवीकरण की राजनीति उसे किस पैमाने पर कामयाबी दिला सकती है। राष्ट्रवाद की आड़ में मुसलिम विरोध का कार्ड चलकर वह एक ही झटके में न केवल अपनी सफलता को कई गुना बढ़ा सकती है बल्कि स्थापित दलों में भय का संचार भी कर सकती है। अब वह तेलंगाना जीतने का ही दावा नहीं कर रही है, बल्कि पूरे दक्षिण भारत में अपनी पैठ बढ़ाने का ख़्वाब भी सँजोने लगी है।