मैंने कैलाश जीनगर का लेख 'Abolition of caste based reservation untenable as long as dalits suffer atrocities, prejudice- a rebuttal to Justice Katju' पढ़ा, जो 'firstpost.com' पर प्रकाशित हुआ है। यह मेरे लेख 'All caste based reservations must be abolished' जो' theweek.in' पर प्रकाशित हुआ था, उसके जवाब में लिखा गया है।
जाति व्यवस्था कैसे नष्ट हो सकती है?
- विचार
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- 22 Jul, 2020

भारत को बदलने और विकसित उच्च औद्योगिक देशों की श्रेणी में लाने के लिए ऐसा ऐतिहासिक संघर्ष केवल तभी सफल हो सकता है जब हम एकजुट हों। लेकिन जाति आधारित आरक्षण हमें विभाजित करता है। दलितों और ओबीसी को लाभान्वित करने की बात तो दूर, यह वास्तव में हमारे कुटिल और चालाक राजनेताओं को फ़ायदा पहुँचाता है।
मूल रूप से प्रोफ़ेसर जीनगर ने कहा है कि आज भी दलितों के साथ अत्याचार और भेदभाव किया जाता है। मैंने कभी इससे इनकार नहीं किया। सवाल यह है कि जाति व्यवस्था को कैसे नष्ट किया जा सकता है जो आज भारत की सबसे बड़ी सामाजिक बुराइयों में से एक है। मेरा मानना है कि जाति आधारित आरक्षण जाति व्यवस्था को ख़त्म करने के बजाय इसे और गहराई, और मज़बूती से स्थापित करने में मदद करता है।