क्या वह दिन आ गया है जब टीवी स्टूडियो में गोलियाँ चलेंगी और लाशें गिरेंगी? जी हाँ, मेरी यह बात आज लोगों को अतिशयोक्ति लग सकती हैं लेकिन जो माहौल आजकल बन गया है टीवी डिबेट का और राजनीतिक पार्टियों की तरफ़ से जिस तरह के टीवी पैनलिस्ट भेजे जाते है, उससे मेरी आशंका को सच होने में टाइम नहीं लगेगा। यह आशंका 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले पूरी हो जाए तो भी हैरान मत होइएगा। यह सच होने जा रहा है। एक टीवी डिबेट में बीजेपी के गौरव भाटिया और समाजवादी पार्टी के अनुराग भदौरिया के बीच टीवी स्टूडियो में ही मारपीट हो गई। विडियो खुद ही देख लें। इस घटना के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज़ कराई गई। गौरव भाटिया की तरफ़ से। पुलिस ने अनुराग भदौरिया को हिरासत में भी ले लिया है। नीचे घटना का विडियो और तसवीरें देखें।

कल एक टीवी डिबेट में दो पैनलिस्टों में मुक़्क़ा-मुक़्की की नौबत आ गई। यह एक नई बात है। एक-दूसरे को गालियाँ देने के क़िस्से तो हम रोज़ देखते-सुनते थे। हाल ही में बीजेपी के गौरव भाटिया ने कांग्रेस की रागिनी नायक से कहा कि आप औरत न होतीं तो बताता। गौरव इसलिए नाराज़ थे कि रागिनी ने एक और डिबेट में उनसे कह दिया था कि तेरा बाप चपरासी है। और रागिनी इसलिए नाराज़ थीं कि गौरव ने कह दिया था कि राहुल तो चपरासी बनने लायक़ भी नहीं हैं।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।