आपको नोटबंदी के समय की वह ख़बर याद है जिसमें कहा गया था कि हर नोट पर एक नैनो चिप लगा रहेगा जो हमेशा उस नोट की निगरानी करता रहेगा? वह तो पुरानी बात है। लेकिन लोकसभा चुनाव के बीच सोशल मीडिया पर वायरल वह पोस्ट याद है जिसमें कहा गया था कि प्रियंका गाँधी ने दुबई में पाकिस्तान के सेना प्रमुख से मुलाक़ात की है और भारत पर आतंकवादी हमले की रूपरेखा तैयार की और उसके बाद ही पुलवामा हमला हो गया? या वह ख़बर याद है, जिसमें कहा गया
था कि राहुल गाँधी बीफ़ खाते हुए पकड़े गए? ये फ़ेक न्यूज़ थीं, पहले को मुख्यधारा के टेलीविज़न चैनल ने प्रमुखता से दिखाया था। दूसरे को एक राजनीतिक दल की साइबर सेना ने तैयार किया था और उसे उस पार्टी से सहानुभूति रखने वाले एक आदमी के अकाउंट से ट्वीट किया गया था।
फ़ेक न्यूज़ से कैसे निपटेगी मोदी सरकार?
- दुनिया
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- 12 Jul, 2019
क्या फ़ेक न्यूज़ रोकने के नाम पर सरकार मीडिया में आलोचना और असहमति के बचे-खुचे स्वर को दबाना चाहती है? क्या हो रहा है दुनिया में?
