तेज़ी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए महाराष्ट्र में रात का कर्फ़्यू लगाने का फ़ैसला किया गया है। रात 8 बजे से सुबह के 7 बजे तक कर्फ़्यू लगा रहेगा। इसके अलावा दिन में धारा 144 लग जाएगी, जिसके तहत एक जगह एक समय पाँच से ज़्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकते। ये फ़ैसले सोमवार से लागू होंगे। इसके अलावा सप्ताहांत पर भी लॉकडाउन लग जाएगा। मुख्यमंत्री उद्ध ठाकरे की अध्यक्षता में रविवार को हुई कैबिनेट बैठक में ये फ़ैसले लिए गए।
बार-रेस्तरां बंद रहेंगे
रविवार को मुंबई में हुई कैबिनेट बैठक में फ़ैसला किया गया कि मॉल, रेस्तरां और बार बगैरह एक बार फिर बंद कर दिए जाएंगे। हालांकि लोग इन जगहों से खाने-पीने की चीजें खरीद कर ले जा सकेंगे। इसके साथ ही अति आवश्यक सेवाएँ चालू रहेंगी। सरकारी दफ़्तर 50 फ़ीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे, यानी आधे लोग ही काम करेंगे। लेकिन औद्योगिक ईकाइयाँ चालू रहेंगी और कामगारों के कामकाज पर जाने पर कोई रोक नहीं लगेगी। इसके साथ ही निर्माण कार्य चालू रहेंगे।
कैबिनेट बैठक में यह भी तय किया गया कि फ़िल्मों या धारावाहिक वगैरह की शूटिंग में जहाँ भीड़ नहीं होगी, वहाँ काम चालू रह सकता है। सिनेमा हॉल, थिएटर वगैरह बंद रहेंगे। सभी यातायात सुविधाएँ पहले की तरह चालू रहेंगी। लेकिन परिवहन व्यवस्था 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलेगी, यानी सीट के आधे लोग ही बैठ सकेंगे।
विपक्ष दल बीजेपी ने इस पर उद्धव ठाकरे सरकार की आलोचना की है। विधायक और प्रवक्ता अतुल भातखलकर ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना को लेकर अभी जो नियम लाए हैं वे पिछले दरवाजे से लॉकडाउन लाने की कोशिश है। उन्होंने ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की निष्क्रियता की वजह से परिस्थिति हाथ से बाहर चली गई है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कठिन समय में बीजेपी महाराष्ट्र की जनता और सरकार के साथ खड़ी है।
बीजेपी प्रवक्ता ने माँग की कि महाराष्ट्र सरकार को ग़रीबों को राशन कार्ड पर मुफ़्त अनाज देना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नाकामी की ज़िम्मेदारी स्वीकार करे।
अपनी राय बतायें