शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। ठाकरे ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह शिवसेना को जमीन दिखाने की बात करते हैं लेकिन उन्हें महाराष्ट्र की हकीकत के बारे में अभी पता नहीं है।
ठाकरे ने शाह को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर आपमें हिम्मत है तो एक महीने के अंदर बीएमसी का चुनाव करवाकर दिखाएं। ठाकरे ने कहा कि आज की भीड़ शिवाजी पार्क पर होने वाली दशहरा रैली का ट्रेलर है।
ठाकरे ने बीजेपी को कमलाबाई का नाम देते हुए कहा कि बीजेपी को यह नाम मैं नहीं दे रहा हूं बल्कि बाला साहेब ठाकरे ने यह नाम दिया था।
उद्धव ठाकरे ने शिव सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि जब बीएमसी में शिवसेना का मेयर था तो बीजेपी के लोग उप मेयर और दूसरे पदों की मांग किया करते थे लेकिन मैंने हर बार उनसे कहा कि मुंबई का मेयर शिव सैनिकों की वजह से बना है।
उद्धव ठाकरे ने वेदांता फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर प्लांट के महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट होने पर उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि प्लांट के शिफ्ट होने पर महाराष्ट्र के लोगों को गलत जानकारी दी जा रही है। ठाकरे ने कहा कि अगर वेदांता फॉक्सकॉन का प्लांट मुंबई में लगता तो इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलता। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने महाराष्ट्र के लोगों के साथ धोखा किया है।
ठाकरे ने कहा कि मुंबई में जब 26 नवंबर 2008 को आतंकी हमला हुआ था तो आम लोगों की मदद करने के लिए शिवसेना के लोग सड़क पर उतर गए थे, जबकि बीजेपी के लोग अपने घरों में बैठे हुए थे। ठाकरे ने कहा कि शिवसेना का मतलब मुंबईकरों का विश्वास है और हम इस विश्वास पर हमेशा खरा उतरने की कोशिश करेंगे। ठाकरे ने कहा कि जिस समय मुंबई के नरीमन हाउस में आतंकी हमला हुआ था, उस समय मौके पर मौजूद एनएसजी के कमांडो के लिए चाय, बिस्किट और खाने का इंतजाम शिवसैनिक कर रहे थे।
निशाने पर एकनाथ शिंदे
उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के लोगों की सेवा के लिए बनता है लेकिन हमारे नए मुख्यमंत्री दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाते रहते हैं। एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के लोगों की चिंता नहीं है। यही कारण है कि वे बार-बार दिल्ली दरबार में पहुंच जाते हैं।
शिवसेना प्रमुख ने कहा, "मैंने मुख्यमंत्री पद एक झटके में ही छोड़ दिया था और आज जब मैं शिव सैनिकों को संबोधित कर रहा हूं तो आप जनसैलाब देख सकते हैं। अगर आप में हिम्मत है तो कोई भी मुख्यमंत्री जिसने कुर्सी छोड़ दी हो वह इतने कार्यकर्ताओं की भीड़ इकट्ठा करके दिखाए।"
कोश्यारी पर भी हमला
ठाकरे ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना काल में बीजेपी तो शिवसेना के हिंदुत्व को लेकर सवाल उठा रही थी लेकिन राज्यपाल कोश्यारी भी मुझे चिट्ठी लिख रहे थे कि मंदिरों को खोल दिया जाए। लेकिन यह सब राजनीति के तहत किया जा रहा था। ठाकरे ने कहा कि विपक्षी पार्टियों को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। भ्रष्टाचार को लेकर दूसरी पार्टियों को जबरन डराया जा रहा है जबकि शिंदे गुट के विधायकों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर उन्हें क्लीन चिट दी जा रही है।
खोखा सरकार का तंज
ठाकरे ने एकनाथ शिंदे सरकार को एक बार फिर से खोखे सरकार की उपाधि देते हुए कहा कि पहले भ्रष्टाचारियों से लड़ो उसके बाद सरकार चलाओ। ठाकरे ने कहा कि मुझ पर हमेशा यह कहकर निशाना साधा गया कि मैं घर से नहीं निकलता था लेकिन मैं अब आपसे पूछना चाहता हूं कि आप घर से बाहर निकले थे तो फिर महाराष्ट्र का किसान आत्महत्या क्यों कर रहा है। उन्होंने कहा कि ठाकरे परिवार को खत्म करने की जो साजिश रची जा रही है उसमें यह सभी लोग नाकामयाब होंगे। मेरे ऊपर लाखों शिवसैनिकों का आशीर्वाद है।
अपनी राय बतायें