पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दो दिन के दौरे पर मुंबई पहुँच चुकी हैं। इस दौरान वह मुंबई में उद्योगपतियों से मुलाकात करेंगी और अगले साल अप्रैल में होने वाले बंगाल ग्लोबल बिज़नेस समिट में हिस्सा लेने के लिए उन्हें आमंत्रित करेंगी।
इसके अलावा ममता बनर्जी एनसीपी मुखिया शरद पवार से बुधवार को मुलाक़ात करेंगी। मुंबई आने से पहले ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मिलने की इच्छा जताई थी, लेकिन उद्धव के अस्पताल में भर्ती होने के चलते अब ममता बनर्जी की मुलाकात उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे से होगी।
ममता बनर्जी ने जब से पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव जीता है, वे मोदी सरकार के ख़िलाफ़ दूसरे राजनीतिक दलों को इकट्ठा करने में जुटी हुईं हैं। इसी सिलसिले में ममता अब दो दिन के मुंबई दौरे पर पहुँची हैं।
बंगाल ग्लोबल बिज़नेस समिट
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि ममता बनर्जी का 30 नवंबर से 1 दिसंबर तक मुंबई का दौरा है। टीएमसी नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री ममता दीदी की योजना पश्चिम बंगाल में अगले तीन साल में ज्यादा से ज्यादा निवेश कराने को लेकर है। व्यापारियों को लुभाने के लिए ममता बनर्जी टैक्स में भी कुछ बदलाव कर सकती हैं।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और मुंबई एनसीपी के अध्यक्ष नवाब मलिक ने ममता बनर्जी और शरद पवार के बीच बातचीत के कार्यक्रम की पुष्टि की है।
शरद पवार से ममता बनर्जी की मुलाकात उस समय हो रही है जब टीएमसी और कांग्रेस में नेता तोड़ने को लेकर घमासान मचा हुआ है।
कांग्रेस-टीएमसी में खटास
पिछले काफी समय से एक-एक करके ममता बनर्जी कांग्रेस के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर रही हैं और उन्हें राज्यसभा भेजने का भी लालच दिया जा रहा है।
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस की ओर से बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक से भी तृणमूल कांग्रेस ने किनारा कर लिया था। इसके पहले कांग्रेस और टीएमसी के बीच मनमुटाव की खबरें भी सामने आई थीं। हालांकि दोनों ही पार्टियों की तरफ से अभी तक इस बारे में कोई बयान नहीं दिया गया है।
मुंबई में खेला होगा?
इससे पहले कांग्रेस के कई नेता एक-एक करके टीएमसी में शामिल हो रहे हैं। ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद समेत कई दिग्गज नेता टीएमसी में शामिल हुए थे, जिससे कांग्रेस आलाकमान ममता दीदी से नाराज हो गया था। सूत्रों का कहना है कि ममता बनर्जी मुंबई में सिर्फ एनसीपी और शिवसेना के बड़े नेताओं के साथ मुलाकात करेंगी। उनका कांग्रेस नेताओं से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है।राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ममता बनर्जी मुंबई दौरे के समय भी दिल्ली जैसा ही कुछ पॉलिटिकल खेला कर सकती हैं। यानी महाराष्ट्र कांग्रेस के कुछ नेता टीएमसी का दामन थाम सकते हैं।
शिवसेना नेता कृष्णा हेगड़े का कहना है कि ममता बनर्जी का करीब 15 दिन पहले महाराष्ट्र आने का कार्यक्रम बना था, लेकिन वह किसी कारणवश रद्द हो गया था।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ममता बनर्जी 2024 के आम चुनावों से पहले बीजेपी के ख़िलाफ़ विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटी हुई हैं। राजनीतिक विश्लेषक तुलसीदास भोईटे का कहना है कि ममता बनर्जी खुद को मोदी को टक्कर देने वाला नेता बनाने की जुगत में लगी हुई हैं, लेकिन उन्हें ऐसा संभव होता हुआ नहीं दिख रहा है।
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