फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की सीबीआई जांच को लेकर चला घमासान आख़िरकार बुधवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से शांत हो गया। कोर्ट ने अपने फ़ैसले में इस बहुचर्चित मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के अलावा यह भी कहा कि महाराष्ट्र सरकार इस मामले की जांच में सहयोग करे। शीर्ष अदालत ने पटना में दर्ज एफ़आईआर को सही ठहराते हुए मुंबई पुलिस से मामले से जुड़े सभी दस्तावेज सीबीआई को सौंपने को कहा है।
सुशात सिंह मामले में महीने भर इतना शोर रहा और इतनी बातें हुईं कि किसी आम शख़्स को यह पता करना मुश्किल हो गया कि आख़िर हो क्या रहा है और मुंबई पुलिस की जांच कहां तक पहुंची है। इसलिए हम आपको सिलसिलेवार ढंग से बताते हैं कि सुशांत सिंह मामले में अब तक क्या कुछ हुआ।
सोशल मीडिया पर अफ़वाहों का दौर
34 वर्षीय सुशांत 14 जून को मुंबई के बांद्रा में स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। इसके बाद सोशल मीडिया पर तमाम तरह की सच्ची-झूठी बातों के बीच सुशांत को न्याय दिलाने की मुहिम चलने लगी। सोशल मीडिया अफ़वाहों, झूठी बातों से भर गया क्योंकि सच किसी एजेंसी की जांच में ही सामने आ सकता है लेकिन लोगों ने तमाम तरह की अटकलें लगाना और मनमुताबिक़ किसी को भी दोषी ठहराना शुरू कर दिया। कुल मिलाकर इस वजह से यह मामला बेहद गर्म हो गया।
रिया के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज
मामले में तेज़ी तब आई जब 28 जुलाई को सुशांत के पिता के.के.सिंह ने पटना में सुशांत की एक्स गर्लफ़्रेंड रिया चक्रवर्ती के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करा दी। सुशांत के परिवार ने रिया के ख़िलाफ़ सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने, आर्थिक ठगी करने और मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया। रिया, उसके पिता और भाई के ख़िलाफ़ भी एफ़आईआर दर्ज हुई।
एफ़आईआर में पैसों के लेन-देन के आरोप थे, लिहाजा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में दख़ल देकर जांच शुरू कर दी।
चौतरफ़ा दबाव बढ़ने पर रिया चक्रवर्ती सामने आईं और उन्होंने वीडियो जारी करके कहा कि सच की जीत होगी। रिया ने कहा था, 'मुझे भगवान और न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।'
आईपीएस को किया क्वारेंटीन
एफ़आईआर दर्ज होने पर पटना पुलिस के कुछ अफ़सर मामले की छानबीन करने के लिए मुंबई पहुंचे। लेकिन बिहार पुलिस के आईपीएस अफ़सर विनय तिवारी को मुंबई में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के अधिकारियों ने 14 दिन के लिए क्वारेंटीन कर दिया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर नाराजगी जताई और कहा कि बिहार पुलिस अपना कर्तव्य निभा रही थी और इसमें राजनीति जैसी कोई बात नहीं थी। नीतीश ने कहा था कि जो कुछ भी हुआ, ठीक नहीं हुआ।
दोनों राज्यों की पुलिस आमने-सामने
बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी विनय तिवारी को जबरन क्वारेंटीन करने का आरोप बीएमसी पर लगाया। इस मामले की जांच को लेकर बिहार और महाराष्ट्र की पुलिस आमने-सामने थी। विवाद बढ़ने के बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने साफ कहा कि बिहार पुलिस को इस मामले में जांच करने का कोई अधिकार नहीं है।
इस पूरे घमासान के बीच सुशांत की मौत के मामले को सीबीआई को सौंपे जाने का मामला तूल पकड़ गया और कुछ टीवी चैनलों ने भी इसे देश का सबसे बड़ा मुद्दा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
बिहार बनाम महाराष्ट्र बना दिया मुद्दा
बिहार सरकार में शामिल बीजेपी के कई विधायकों, मंत्रियों व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, सहित कई नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की।
इसके अलावा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर दबाव बनाया। लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई पुलिस सुशांत सिंह राजपूत के मामले की जांच करने में सक्षम है। सोशल मीडिया पर सक्रिय उन्मादी कारकूनों ने अब तक इस मुद्दे को सुशांत को न्याय के बजाय बिहार बनाम महाराष्ट्र बना दिया था।
दिशा की मौत से जोड़ा गया नाम
इस बीच, मुंबई पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने मामले की जांच के दौरान कहा था, ‘सुशांत सिंह राजपूत अपनी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत से उनका नाम जोड़े जाने से बहुत परेशान थे। यह पता चला है कि सुशांत गूगल पर सर्च कर रहे थे कि दिशा की मौत को लेकर छपे आर्टिकल्स में उनके बारे में क्या लिखा जा रहा है। उन्होंने आत्महत्या वाली घटना से पहली रात को भी दो घंटे तक इस बारे में गूगल पर सर्च किया था। इसके अलावा उन्होंने पेनलैस डैथ, सिज़ोफ़्रेनिया और बाइपोलर डिसऑर्डर को भी सर्च किया था।’
दिशा सालियान के पिता भड़के
इस दौरान दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान मीडिया पर बुरी तरह भड़क गए और उन्होंने मुंबई पुलिस को ख़त लिखकर कहा कि उनकी बेटी की मौत कैसे हुई, इसे लेकर मीडिया में झूठी ख़बरें चलाई जा रही हैं। ख़त में उन्होंने लिखा था, ‘दिशा के रेप और मर्डर की ख़बरें मनगढ़ंत हैं और मीडिया का एक वर्ग उनका और उनके परिवार का मानसिक उत्पीड़न कर रहा है। इस तरह की ख़़बरों से लोगों को ग़लत जानकारी देने के साथ ही उनकी बेटी और पूरे परिवार की इमेज ख़राब की जा रही है।’
बॉलीवुड की नामी हस्तियों से पूछताछ
मुंबई पुलिस ने जांच के दौरान निर्देशक संजय लीला भंसाली, कई बड़े प्रोड्यूसरों, फिल्म समीक्षक राजीव मसंद, अभिनेत्री संजना सांघी, कास्टिंग निर्देशक शानू शर्मा, फ़िल्मकार मुकेश छाबड़ा और आदित्य चोपड़ा समेत कई बॉलीवुड हस्तियों, सुशांत के परिवार और उनके रसोइए समेत 50 से ज़्यादा लोगों से पूछताछ की।सीबीआई ने भी नीतीश कुमार सरकार के अनुरोध पर रिया चक्रवर्ती और कुछ अन्य लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की और इसी बीच बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की सिफ़ारिश की और केंद्र ने इसे मंजूरी भी दे दी।
‘पैसों में हेर-फेर के आरोप ग़लत’
कुछ दिन पहले रिया चक्रवर्ती से ईडी ने 8 घंटे तक पूछताछ की थी। रिया ने सुशांत के पैसों में हेर-फेर को लेकर उन पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। रिया के मुताबिक़, उसने कभी भी सुशांत के खाते से कोई रकम नहीं चुराई और जो कुछ भी ख़र्च किया, वो अपनी इनकम से किया।
सुशांत के पिता के.के. सिंह ने एफ़आईआर में आरोप लगाया है कि रिया चक्रवर्ती ने उनके बेटे के बैंक खाते से 15 करोड़ रुपये अवैध तरीक़े से अपने खाते में ट्रांसफ़र करा लिए। ईडी ने रिया के अलावा उनके भाई सौविक चक्रवर्ती और उनके पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती को भी पूछताछ के लिए बुलाया था।
भाई-भतीजावाद और अंडरवर्ल्ड पर बहस
सुशांत सिंह की मौत के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) का मुद्दा गरमाया। इसे लेकर कहा गया कि बॉलीवुड में कुछ खास घराने के लोगों को ही काम मिलता है और बाहर से आए कलाकारों को हद दर्जे तक परेशान किया जाता है। बॉलीवुड में ये बहस पहले भी कई बार उठी है।
अंडरवर्ल्ड की भी चर्चा सामने आई और कहा गया कि किस फ़िल्म में कौन काम करेगा यह फ़ैसला दुबई में होता है। निर्माता, निर्देशकों और बड़े कलाकारों की कंपनियों के अंडरवर्ल्ड से रिश्तों पर चर्चा होने लगी। यह बात भी कही गयी कि बॉलीवुड के बड़े कलाकार अंडरवर्ल्ड को लेकर बोलने से घबराते हैं। लोगों ने कहा कि हो सकता है कि सुशांत भी भाई-भतीजावाद और अंडरवर्ल्ड के शिकार हुए हों।
अपनी-अपनी दलील
हाल के दिनों में सुशांत के पिता के.के. सिंह के वकील सवाल उठाते रहे कि रिया ने सुशांत के स्टाफ़ को क्यों बदला। उन्होंने आरोप लगाया कि रिया सुशांत को कंट्रोल करना चाहती थी, इसीलिए उसने ऐसा किया। दूसरी ओर, रिया चक्रवर्ती ने अपने वकील के जरिये कहा कि सुशांत के परिवार के आरोप पूरी तरह ग़लत हैं। इस बीच, सुशांत के भाई ने कहा है कि इस मामले के गवाहों को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा सुरक्षा दी जानी चाहिए।सोशल मीडिया की उन्मादी ‘भीड़’
मुंबई पुलिस से सीबीआई को जांच दिए जाने के बाद यह उम्मीद करना लाजिमी है कि सुशांत की मौत मामले का सच जल्दी सामने आएगा। लेकिन सोशल मीडिया को जिस तरह लोगों ने बेहूदा टिप्पणियों, कोरी बकवासों से भर दिया, उससे यही लगता है कि लोगों में सब्र नहीं है और चाहे उन्हें बॉलीवुड या किसी अन्य विषय के बारे में तिल भर का ज्ञान नहीं हो लेकिन सोशल मीडिया पर उन्माद फैलाकर वे किसी भी मामले में मनमुताबिक़ फ़ैसला चाहते हैं और उसके लिए इतना दबाव बनाते हैं कि किसी दूसरी राय के लिए कोई गुंजाइश ही नहीं रह जाती। सोशल मीडिया की यह ‘भीड़’ उनकी राय से इत्तेफ़ाक़ नहीं रखने वालों को कुचल डालना चाहती है।
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