महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक आदेश पर विवाद हो गया है। साकीनाका निर्भया बलात्कार केस के बाद उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र पुलिस के साथ हुई बैठक में परप्रांतीय लोगों का ब्योरा मांगा था। आदेश में उद्धव ठाकरे की ओर से कहा गया था कि महाराष्ट्र में आने जाने वालों का रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। इसके बाद शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के ज़रिये हमला करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के जौनपुर पैटर्न ने महाराष्ट्र में कितनी गंदगी फैला रखी है ये साकीनाका निर्भया केस से साफ़ हो जाता है। शिवसेना के इस बयान के बाद लगता है कि अब एक बार फिर से शिवसेना बनाम उत्तर भारतीय की लड़ाई की शुरुआत हो गयी है।
मुंबई के साकीनाका रेप केस में शिवसेना बनाम उत्तर भारतीय लड़ाई शुरू?
- महाराष्ट्र
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- 14 Sep, 2021

साकीनाका बलात्कार केस के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि दूसरे राज्यों के लोगों का ब्योरा होना चाहिए। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि उत्तर प्रदेश के जौनपुर पैटर्न ने महाराष्ट्र में कितनी गंदगी फैला रखी है। क्या शिवसेना बनाम उत्तर भारतीय की लड़ाई है?
दरअसल, मुंबई के साकीनाका में बीते शुक्रवार को एक 34 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार हुआ था और दिल्ली की निर्भया की तरह उसके साथ दरिंदगी की गई थी जिसके बाद अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गयी थी। उसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सोमवार को महाराष्ट्र के डीजीपी, पुलिस कमिश्नर और गृहमंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। तभी उद्धव ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि महाराष्ट्र में आने वाले हर परप्रांतीय की जानकारी होनी चाहिए ताकि पता लग सके कि कितने लोग मुंबई सहित महाराष्ट्र में आये।