बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस द्वारा एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के रूप में घोषित किए जाने के साथ ही शिवसेना के बागी गोवा के होटल में खुशी में झूमने लगे। पिछले कई दिनों से असम की राजधानी में एक होटल में ठहराए गए बागी विधायक कल रात ही तब गोवा लाए गए हैं जब यह साफ़ होने लगा था कि उद्धव ठाकरे की सरकार अब गिर सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट कराने का फ़ैसला दिया और उसके कुछ मिनट बाद ही उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इस बीच फडणवीस के मुख्यमंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे कि अचानक से आज मुख्यमंत्री के लिए एकनाथ शिंदे के नाम की घोषणा कर दी गई।
फडणवीस ने शिंदे के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाक़ात के बाद राजभवन परिसर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शिंदे कैबिनेट का विस्तार बाद में होगा।
शिंदे के सीएम बनाए जाने की घोषणा के साथ ही गोवा के एक रिसॉर्ट में ठहरे शिवसेना के अन्य बागियों ने जश्न मनाया। विधायक बड़े पर्दे पर न्यूज ब्रीफिंग देखते हुए दिखते हैं और एक बैंक्वेट हॉल में नाचते नज़र आते हैं। कुछ लोग तो टेबल पर भी चढ़ गए।
Overjoyed rebel @ShivSena leaders at Goa Resort #EknathSinde #DevendraFadnavis #Shivsena @BJP4Maharashtra @mieknathshinde @Dev_Fadnavis pic.twitter.com/dQcQ4lr91A
— Dipen Thaker (@dipenthaker7) June 30, 2022
इधर शिंदे ने मीडिया से कहा, 'फडणवीस ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, मैं उसके साथ विश्वासघात नहीं करूंगा।' पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस ने कहा कि बीजेपी शिंदे के समूह को समर्थन देगी। विधानसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है।
शिंदे ने फडणवीस को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह संख्या के हिसाब से खुद मुख्यमंत्री बन सकते थे लेकिन "एक बड़ा दिल दिखाया"। उन्होंने कहा, 'श्री फडणवीस ने मुझे बताया कि वह बाल ठाकरे के शिवसैनिकों का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने अपना बड़ा दिल दिखाया, कोई भी ऐसा नहीं करता... जिसके पास 120 विधायक हैं ... कोई भी पंचायत या नगर निकाय प्रमुख का पद भी नहीं जाने देता। यह मुख्यमंत्री पोस्ट है।'
शिंदे ने दोहराया कि उन्हें सत्ता या पद की कोई लालसा नहीं है और उनके साथ के 50 विधायक केवल अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विचारधारा और विकास के बारे में चिंतित थे, जो उन्होंने दावा किया कि महाविकास अघाडी सरकार के 'अन्य दलों' के हिस्से द्वारा रोका जा रहा था।
फडणवीस ने कहा, 'मैं सरकार से बाहर हो जाऊंगा, लेकिन उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद एक विकल्प के रूप में आने वाली सरकार के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करूंगा।' उन्होंने कहा कि विस्तार के दौरान शिवसेना के बागियों के साथ-साथ भाजपा विधायक और कुछ निर्दलीय भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह सत्ता की नहीं बल्कि सिद्धांतों और हिंदुत्व की विचारधारा की लड़ाई है। फडणवीस ने कहा कि भाजपा इस समय राज्य में चुनाव थोपने के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया, 'उद्धव ठाकरे ने उन पार्टियों (कांग्रेस और राकांपा) के साथ गठबंधन किया, जिनका बाल ठाकरे ने जीवन भर विरोध किया।'
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