लोकसभा चुनाव से ऐन पहले झटका खाए शरद पवार अब क्या करेंगे? चुनाव आयोग ने मंगलवार अपने फैसले में कहा है कि अजित पवार गुट ही असली एनसीपी है और शरद पवार गुट को नया नाम और चुनाव चिह्न 7 फरवरी को अलॉट किया जाएगा। चार बजे तक शरद पवार खेमे को नये नाम और चुनाव चिह्न आयोग के सामने पेश करना होगा। तो क्या शरद पवार खेमा इतने कम समय में यह तय कर पाएगा? सवाल यह भी है कि यह खेमा अपनी पार्टी के नये नाम और चुनाव चिह्न को लोकसभा चुनाव से पहले इतनी जल्दी लोगों तक क्या पहुँचा पाएगा?
शरद पवार का अब अगला क़दम क्या, चुनौतियों से कैसे निपटेंगे?
- महाराष्ट्र
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- 7 Feb, 2024
चुनाव आयोग द्वारा अजित पवार खेमे को ही असली एनसीपी मानने के बाद अब शरद पवार क्या रणनीति अपनाएँगे और उनके सामने अब विकल्प क्या हैं?

वैसे, शरद पवार अपनी दूरदर्शिता और एक ताक़तवर नेता के रूप में जाने जाते हैं। उनकी पहचान मास लीडर के रूप में रही है। बड़ों बड़ों को पटखनी देने वाले पवार चुनाव आयोग में अपने भतीजे अजित पवार के नेतृत्व में हुए विद्रोह के कारण हार गए। अपनी पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न दोनों उनके हाथ से निकल गए। उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती तो फिलहाल यही लगती है।