उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर जिलेटिन की छड़ों से भरी मिली कार के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले में महाराष्ट्र एटीएस ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेन्स की है।
एटीएस प्रमुख जयजीत सिंह ने कहा कि मनसुख हिरेन की मौत मामले में सचिन वाजे की अहम भूमिका रही है और वह इस मामले में साज़िशकर्ता है। एटीएस चीफ़ के इस बयान के बाद वाजे की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है। ऐसे भी संकेत मिले हैं कि सचिन वाजे मनसुख की हत्या के वक़्त भले ही वहां पर मौजूद न रहा हो लेकिन उसी ने हत्या का आदेश दिया है।
यह भी पता चला है कि सचिन वाजे फर्जी आधार कार्ड के जरिये मुंबई के एक पॉश होटल में रुका था। यह मनसुख हिरेन की स्कॉर्पियो के ग़ायब होने से एक दिन पहले की घटना है।
एटीएस ने रविवार को हिरेन मौत मामला सुलझाने का दावा किया था। एटीएस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ़्तार किया था। इनमें से एक पुलिस कांस्टेबल विनायक शिंदे है जबकि दूसरा सट्टेबाज है। एटीएस ने इस मामले में दो दर्जन से ज़्यादा लोगों से पूछताछ की थी।
कांस्टेबल विनायक शिंदे फ़िलहाल लखन भैया एनकाउंटर केस में सजा काट रहा है। कोरोना की वजह से कुछ दिन पहले ही जेल से पैरोल पर बाहर आया था और सचिन वाजे के संपर्क में आ गया था। दूसरा अभियुक्त जो सट्टेबाज है, वह मुंबई और आसपास के इलाक़ों में चल रहे सट्टेबाजी के ठिकानों की जानकारी वाजे को देता था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी थी। पूछताछ के दौरान वाजे ने एनआईए को बताया था कि जब 17 फरवरी के दिन मनसुख हिरेन की कार विक्रोली हाईवे के पास ख़राब हो गई थी तो वह क्राफर्ड मार्केट स्थित मुंबई क्राइम ब्रांच के दफ्तर में उससे ही मिलने आ रहे थे। एनआईए ने बताया था कि सचिन वाजे मर्सिडीज़ कार में नोट गिनने वाली मशीन साथ रखते थे।
एनआईए की एक टीम ने क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (सीआईयू) के उस दफ्तर पर छापा मारा था जहां सचिन वाजे बैठते थे। छापेमारी में एनआईए ने सचिन वाजे के लैपटॉप, कम्प्यूटर, आईपैड और कुछ कागजात ज़ब्त किए थे। एनआईए की जांच में पता चला था कि सचिन वाजे ने अपने लैपटॉप, कम्प्यूटर और आईपैड से सुबूतों को नष्ट कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस केस से जुड़े हुए बहुत से दस्तावेजों को नष्ट कर दिया है।
क्या है मामला?
मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का शव ठाणे में मिला था। एनआईए ने इस मामले में 13 मार्च को मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ़्तार किया था। मनसुख हिरेन हत्याकांड और एंटीलिया के बाहर मिले विस्फ़ोटक- ये दोनों मामलों के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
अपनी राय बतायें