एमवीए के सहयोगी दलों के अंदर ही जब कई तरह के घमासान चलने की ख़बरें आ रही हैं तो क्या वे 2024 के लिए एमवीए गठबंधन के तौर पर फ़ैसला ले पाएँगे? एनसीपी के कई नेता ईडी जांच का सामना कर रहे हैं, पिछले महीने कयास लगाए जा रहे थे कि अजीत पवार भाजपा के साथ हाथ मिलाने वाले हैं और कांग्रेस में भी अपने आंतरिक कलह की रिपोर्टें हैं। एमवीए के इन दलों के बीच इतनी दिक्कतों के बावजूद ख़बर है कि 2024 के लिए सीट शेयरिंग का फ़ॉर्मूला निकाल लिया गया है और क़रीब-क़रीब तीनों दलों के बीच सहमति बनने के आसार हैं। तो सवाल है कि आख़िर यह फ़ॉर्मूला क्या है और वे दल आख़िर उस पर सहमत होते कैसे दिख रहे हैं?
खींचतान के बीच एमवीए ने 2024 में सीट-शेयरिंग का फॉर्मूला निकाला?
- महाराष्ट्र
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- 25 May, 2023
क्या महाराष्ट्र में चुनाव से पहले पहली बार साथ आने वाली कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी आख़िर 2024 के लिए सीट-शेयरिंग किस तरह कर पाएँगे? क्या उनके बीच में सहमति बनना इतना आसान है?

अगले साल के आम चुनाव के लिए हालाँकि, सहमति बनने की ख़बर आ रही है, लेकिन इस मामले में ठोस बातचीत अभी तक नहीं हो पाई है। लेकिन सीटों पर अपने-अपने दावे के लिए महा विकास अघाड़ी यानी एमवीए गठबंधन के तीनों घटक दलों ने चुनावी क्षेत्रों में सर्वे कराया है। इन सर्वे के आधार पर ही एनसीपी, शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर ज़्यादा दिक्कत आती नहीं दिख रही है।