मुंबई के अंधेरी इलाक़े में जिस महिला के साथ बलात्कार हुआ था, उसकी अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने अभियुक्त के ख़िलाफ़ बलात्कार की धाराओं के साथ-साथ हत्या का मामला भी दर्ज कर लिया है।
गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल का कहना है कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा और अभियुक्त को फाँसी के फंदे तक पहुँचाया जाएगा।
मामला शुक्रवार सुबह का है जब मुंबई पुलिस के कंट्रोल रूम को करीब 3 बजे एक कॉल आया कि मुंबई के अंधेरी इलाक़े में खैरानी रोड पर एक टेंपो में एक पुरुष एक महिला पर हमला कर रहा है। कॉल मिलने के बाद फौरन ही इलाक़े के साकीनाका पुलिस स्टेशन को ख़बर की गई।
डॉक्टरों की प्राथमिक रिपोर्ट में पाया गया है कि पहले महिला के साथ बलात्कार किया गया है उसके बाद इस महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड से हमला किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि यह केस बिल्कुल दिल्ली के निर्भया कांड जैसा है।
जाँच शुरू
अभियुक्तों ने पहले निर्भया के साथ सामूहिक बलात्कार किया था, उसके बाद उस पर भी रॉड के जरिए हमला किया गया था।
गणेश उत्सव को देखते हुए मुंबई पुलिस ने पूरे शहर में धारा 144 लगा रखी है। इसके बाद भी अभियुक्त ने इस तरह के घिनौने कृत्य को अंजाम दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए इलाक़े के डीसीपी और अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर ने पुलिस स्टेशन में डेरा डाला हुआ है।
किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए इलाक़े में भारी पुलिस बंदोबस्त लगा दिया गया है।
45 साल का यह अभियुक्त पीड़िता के घर के आस पास ही रहता है। रेड्डी का कहना है कि अभियुक्त से कड़ाई से पूछताछ की जा रही है और पुलिस को शक है कि इस वारदात में कुछ और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
महाराष्ट्र बीजेपी के उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने सवाल उठाया है कि मुंबई में जब धारा 144 लागू है तो अभियुक्त इस तरह की वारदात को कैसे अंजाम दे रहे हैं। इससे साफ है कि क़ानून का कोई डर नहीं है।
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