महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में शिवसेना (शिंदे) और भाजपा को मिली करारी हार के बाद अब मराठा आंदोलनकारी मनोज जरांगे पाटिल राज्य सरकार के लिए नया संकट लेकर आ गए हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव सिर्फ 5-6 महीने दूर हैं और शनिवार से मराठा आरक्षण के लिए जारांगे ने फिर से जालना में भूख हड़ताल शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव के जो नतीजे सामने आए हैं, उससे पता चल रहा है कि मराठा वोट सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन से दूर चला गया है। जालना के अंतरवाली सराती गांव में मनोज के आंदोलन का नया दौर सत्तारूढ़ दलों को और मुश्किल में डालने जा रहा है।हालांकि पुलिस ने इस भूख हड़ताल को अनुमति नहीं दी है लेकिन मनोज जारांगे को चुनौती देना पुलिस के बस की बात भी नहीं है।