राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल ने सहयोगी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा मराठा कोटा की मांग स्वीकार करने के विरोध में 1 फरवरी को विधायकों, सांसदों और तहसीलदारों के आवासों के बाहर विरोध प्रदर्शन और आंदोलन की घोषणा की है। यानी सत्ता में रहते हुए भी भुजबल आंदोलन का रास्ता चुन रहे हैं। शिंदे सरकार ने बड़ी सफलतापूर्वक मराठा कोटा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल को शांत किया था। हालांकि अब उस आंदोलन और उसे खत्म करने के तरीके पर भी सवाल उठ रहे हैं।
महाराष्ट्रः ओबीसी आंदोलन करने धुरंधर क्यों आए मैदान में
- महाराष्ट्र
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- 29 Mar, 2025
महाराष्ट्र में तमाम ओबीसी नेता एकजुट हो रहे हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जब से मराठा आंदोलनकारियों के लिए लचीला रुख अपनाया है, तब से छगन भुजबल, नारायण समेत तमाम नेता बैठकें कर रहे हैं और अब 1 फरवरी से आंदोलन का ऐलान कर दिया गया है। ओबीसी आंदोलनकारी अगर सड़कों पर आते हैं तो शिंदे सरकार के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।
