महाराष्ट्र में एनसीपी के 9 विधायकों को शपथ लिए हुए दो हफ्ते हो चुके हैं लेकिन विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया। दूसरी तरफ अगला मंत्रिमंडल विस्तार भी रुका हुआ है। एनसीपी नेता अजीत पवार खुद डिप्टी सीएम बन गए और बाकी 8 विधायक मंंत्री लेकिन सभी बिना विभाग वाले मंत्री हैं। अजित पवार की वित्त मंत्रालय पाने की हसरत पूरी नहीं हो पाई है। अब इस मामले को सुलझाने के लिए अजीत पवार और प्रफुल्ल पटेल बुधवार शाम दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से बात करने पहुंच गए हैं। दरअसल, यह मामला अब इतना पेचीदा हो गया है कि भाजपा के केंद्रीय नेताओं के लिए इससे पिंड छुड़ाना मुश्किल हो रहा है।