मानखुर्द शिवाजी नगर से एनसीपी उम्मीदवार नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र के लिए भाजपा के घोषणापत्र में प्रस्तावित धर्मांतरण विरोधी कानून का इस्तेमाल सिर्फ लोगों को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है। अगर भाजपा विभाजनकारी और विवादित मुद्दों को उठाती रही तो उनकी पार्टी भाजपा के साथ सरकार में शामिल नहीं होगी। नवाब मलिक ने त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में महायुति के विपक्षी एमवीए के साथ हाथ मिलाने से भी इनकार नहीं किया। नवाब मलिक एनसीपी अजित पवार के वरिष्ठ नेता हैं। महाराष्ट्र के लिए आए सर्वे में कहा जा रहा है कि चुनाव नतीजों के बाद त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बन सकती है।
हालांकि एनसीपी महायुति का हिस्सा है, लेकिन सत्तारूढ़ गठबंधन में सबसे बड़ी भागीदार भाजपा, मानखुर्द शिवाजी नगर में शिंदे सेना के सुरेश पाटिल का समर्थन कर रही है। मलिक ने इस बात पर जोर दिया कि अगर महायुति को बहुमत मिलता है, तो सरकार अकेले बीजेपी की नीतियों पर नहीं बल्कि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर बनेगी, मलिक ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा, "बीजेपी को कुछ मुद्दों को छोड़ना होगा।"
जब मलिक से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बंटोगे तो कटोगे' नारे के बारे में पूछा गया, जिसे मुस्लिम विरोधी माना जाता है, तो मलिक ने कहा: "मैं इस नारे की निंदा करता हूं। राजनीति पर आधारित धर्म अल्पकालिक होता है।” धर्मांतरण विरोधी कानून लाने के भाजपा के वादे पर, मलिक ने कहा: “धर्म का अधिकार एक मौलिक अधिकार है और धर्मांतरण को रोका नहीं जा सकता है। बीजेपी लोगों को गुमराह करने के लिए शब्दों से खेल रही है।”
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एनसीपी प्रमुख अजित पवार को 'किंगमेकर' बनने और शर्तें तय करने के लिए पर्याप्त सीटें मिलेंगी। यह संभव है कि 1999 जैसी स्थिति होगी जब किसी भी पक्ष के पास पूर्ण बहुमत नहीं होगा।
-नवाब मलिक, वरिष्ठ नेता एनसीपी अजित पवार सोर्सः टाइम्स ऑफ इंडिया
जब उनसे पूछा गया कि क्या चुनाव के बाद के परिदृश्य में एनसीपी एमवीए का समर्थन कर सकती है, तो उन्होंने कहा: “कुछ भी संभव है। कोई भी किसी के साथ जा सकता है।”
पार्टी प्रमुख अजित पवार ने महायुति सहयोगियों के लगातार विरोध के बावजूद मानखुर्द शिवाजी नगर में नवाब मलिक के लिए प्रचार किया। उन्होंने आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के साथ संबंधों को लेकर चल रहे विवाद में मलिक का बचाव करते हुए कहा कि आरोप अभी तक साबित नहीं हुए हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि हम दोनों सीटें जीतेंगे... धर्म या जाति के बावजूद सभी को साथ लेकर चलने से ही विकास संभव है।"
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