महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर फिर से सुर्खियों में हैं। उन्होंने शिवसेना के बाग़ी खेमे के विधायकों की अयोग्यता की याचिका को रद्द करने का फ़ैसला सुनाया है। सीएम एकनाथ शिंदे को शिवसेना के समूह नेता के पद से हटाने के फैसले को पलट दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिद्वंद्वी गुट के उभरने के बाद से सुनील प्रभु पार्टी के सचेतक नहीं रहे, भरत गोगावले को वैध रूप से सचेतक नियुक्त किया गया और एकनाथ शिंदे को वैध रूप से शिव सेना राजनीतिक दल का नेता नियुक्त किया गया।
उद्धव खेमे को झटका देने वाले राहुल नार्वेकर कौन? जानें कैसे जुड़े बीजेपी से
- महाराष्ट्र
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- 10 Jan, 2024
शिवसेना में बाग़ी एकनाथ शिंदे खेमे को हो असली पार्टी और बगावत करने वाले विधायकों की अयोग्यता की याचिका को रद्द करने वाले स्पीकर को जानिए।

ऐसा फ़ैसला देने से पहले स्पीकर को सुप्रीम कोर्ट की ख़ूब डाँट भी पड़ी थी और इस वजह से वह लगातार सुर्खियों में रहे। इस मामले में फ़ैसला लेने के लिए शीर्ष अदालत द्वारा कई बार चेतावनी जारी किए जाने के बाद भी स्पीकर द्वारा समय पर फ़ैसला नहीं लिए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने समय-सीमा तय की थी। सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला सुनाने की समय सीमा पहले 31 दिसंबर 2023 तय की थी, लेकिन उससे कुछ दिन पहले 15 दिसंबर को कोर्ट ने 10 दिन की मोहलत देते हुए फैसले की नई तारीख 10 जनवरी तय की थी।