महाराष्ट्र में पैदा हुए सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार दोपहर कैबिनेट की बैठक बुलाई है। कांग्रेस नेता कमलनाथ और एनसीपी मुखिया शरद पवार भी दिन में उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे।
उधर, शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में गुवाहाटी पहुंच गए हैं। गुवाहाटी पहुंचकर एकनाथ शिंदे ने एलान किया कि उनके साथ निर्दलीय विधायकों सहित कुल 46 विधायकों का समर्थन है। कुछ और विधायक भी उनके संपर्क में हैं।
खबर है कि शिवसेना के दो और विधायक योगेश कदम और संजय राठौड़ भी गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए हैं।
इन सभी खबरों के बीच राजभवन से खबर आई है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बागी नेता एकनाथ शिंदे से शिवसेना के नेताओं की बातचीत विफल होने के बाद उद्धव ठाकरे ने एनसीपी मुखिया शरद पवार से फोन पर बातचीत की है।
महाराष्ट्र में सियासी माहौल पल-पल बदलता जा रहा है। शिवसेना के बागी विधायकों के असम पहुंचने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी मुखिया शरद पवार एक्शन में आ गए हैं। दिन में होने वाली महा विकास आघाडी की बैठक में सियासी हालात को लेकर दिग्गजों के बीच चर्चा होगी। इस बैठक में आगे की रणनीति पर फैसला हो सकता है।
सूत्रों से खबर मिली है कि महाराष्ट्र बीजेपी ने शिवसेना के बागी विधायकों से बातचीत और समन्वय स्थापित करने के लिए मुंबई से मोहित कांबोज और बीजेपी के विधायक संजय कुटे को गुवाहाटी भेजा है। जहां ये दोनों नेता एकनाथ शिंदे और दूसरे विधायकों के संपर्क में हैं और आगे की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। जिसकी जानकारी महाराष्ट्र बीजेपी के बड़े नेताओं को दी जा रही है।
चार और मंत्रियों की बगावत
माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के साथ चार अन्य मंत्री भी बगावत कर चुके हैं, लिहाजा एकनाथ शिंदे समेत इन मंत्रियों पर भी मुख्यमंत्री कार्रवाई कर सकते हैं। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि शिंदे समेत सभी मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाएगा या नहीं।
अल्पमत में आई सरकार!
एकनाथ शिंदे द्वारा 40 विधायकों के समर्थन का दावा किए जाने के बाद अब ऐसा लग रहा है कि महाराष्ट्र की सरकार अल्पमत में आ गई है। सूत्रों से खबर मिली है कि एकनाथ शिंदे बागी 40 विधायकों के हस्ताक्षर का पत्र राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेज सकते हैं और महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट की मांग कर सकते हैं। लेकिन इससे पहले सभी की निगाहें महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक पर लग गई हैं।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को कोरोना होने के बाद रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टर उनकी सेहत पर नजर रखे हुए हैं। माना जा रहा है कि जब तक कोश्यारी पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन मुश्किल है।
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