महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री उद्धव के ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने ट्विटर पर अपने नाम के साथ मंत्री शब्द हटा दिया है। समझा जाता है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे किसी भी समय विधानसभा भंग करने की सिफारिश राज्यपाल को भेज सकते हैं।
ट्विटर पर अब ऐसी दिख रही है आदित्य ठाकरे की बायो
आदित्य ठाकरे ने अपने ट्विटर बायो से मंत्री शब्द हटा दिया है। पहले उन्होंने "पर्यटन, पर्यावरण और संसदीय मामले" के मंत्री लिखा था। लेकिन अब मंत्री और उनका विभाग गायब है। यह पता नहीं है कि क्या यह संकेत उन विद्रोहियों को सुलह के रूप में भेजा गया है कि आदित्य ठाकरे को हटा दिया गया है। क्योंकि एकनाथ शिंदे ने कहा था कि मुख्यमंत्री के बाद उनका बेटा सबसे पावरफुल है। बहरहाल, आदित्य ठाकरे का मंत्री शब्द हटाना काफी कुछ संकेत कर रहा है।
मंत्री गायब
उद्धव ठाकरे खेमे से शिवसेना के एक और मंत्री गुलाबराव पाटिल भी 'पहुंच से दूर' चले गए हैं। समझा जाता है कि वो भी एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने के लिए तैयार हैं। उद्धव ने बुधवार सुबह जो कैबिनेट मीटिंग बुलाई थी, उसमें गुलाबराव पाटिल नहीं पहुंचे थे। बागी एकनाथ शिंदे ने पहले ही 45 विधायकों के समर्थन या साथ होने का दावा कर दिया है।
भंग होगी विधानसभा
शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट करके संकेत दिया है कि महाराष्ट्र विधानसभा को भंग किया जा सकता है। मराठी में किए गए ट्वीट में संजय राउत ने एक लाइन लिखी है कि जो हालात हैं, उसमें विधानसभा भंग करने के अलावा कोई चारा नहीं है।
हालांकि बीजेपी इसके विरोध में है। बीजेपी अभी तुरंत महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का सामना नहीं करना चाहती। बीजेपी की कोशिश है कि बचे हुए समय के लिए वो सत्ता हासिल कर ले और फिर अपने नेतृत्व में चुनाव कराए। बहरहाल, महाराष्ट्र की राजनीति का मामला उलझ गया है।
फिलहाल पूरे राज्य की निगाहें अब आज 1 बजे होने वाली कैबिनेट की बैठक पर लगी हुई हैं जिसमें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट के मंत्रियों को छोड़कर बाकी सभी मंत्रियों को हाजिर रहने के लिए आदेश जारी किया है। जिस तरह से संजय राऊत और आदित्य ठाकरे ने ट्विटर के माध्यम से अपनी बात रखी है उससे यह संभावना जताई जा रही है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे दोपहर 1 बजे की होने वाली कैबिनेट की बैठक में इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं।
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