महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कल बुधवार शाम को अपने घर पर शिवसेना के अपने विधायकों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक से पहले शिंदे समर्थक तमाम विधायकों ने अजीत पवार गुट को सरकार में शामिल किए जाने का विरोध किया था। विधायकों ने शिंदे पर फैसला लेने का दबाव बनाया। लेकिन बैठक के बाद शिंदे के समर्थकों ने कहा कि मीटिंग इस मुद्दे पर नहीं थी। भाजपा ने भी तमाम बातों को अफवाह करार दिया। शिंदे गुट और भाजपा की ओर से इस बैठक को लेकर जो सफाई आई है, वो किसी के गले नहीं उतर रही है।
एनसीपी के अजीत पवार ने कल के अपने संबोधन में भी अपनी इच्छा को जाहिर कर दिया कि वो मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। उन्होंने चाचा शरद पवार के मुकाबले विधायकों की ज्यादा भीड़ जुटाकर भाजपा नेतृत्व को स्पष्ट संकेत भी दे दिया कि उनकी महत्वाकांक्षा अपने विधायकों के दम पर है। उनके इस बयान के बाद शिंदे के इस्तीफे की अफवाहें ज्यादा फैलीं।
#WATCH | Mumbai: Maharashtra Minister Uday Samant after Shiv Sena leaders meeting with Eknath Shinde concludes at Varsha bungalow, says, "Under the leadership of CM Eknath Shinde, there was a meeting regarding upcoming session of the Lok Sabha, the session of Maharashtra… pic.twitter.com/lBpRwcnDTq
— ANI (@ANI) July 5, 2023
महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने शिंदे के मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही अटकलों पर स्पष्ट किया कि विपक्षी दल जानबूझकर भ्रम पैदा कर रहे हैं। उन्होंने पुष्टि की कि शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में काम करते रहेंगे।
उन्होंने कहा, "सीएम एकनाथ शिंदे के इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं है। हमारे पास 200 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। कोई भी नेता नाखुश नहीं है और सभी को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व पर भरोसा है।"
बता दें कि एकनाथ शिंदे, 16 विधायकों के साथ, जो लगभग एक साल पहले शिवसेना से अलग हो गए थे, संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार "अयोग्यता" का सामना कर सकते हैं। हाल ही में विधानसभा स्पीकर ने इशारा किया है कि वो जल्द ही विधायकों की अयोग्यता के मामले की सुनवाई करेंगे। तमाम कानूनविद इशारा कर रहे हैं कि शिंदे समेत सभी शिवसेना विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया जा सकता है। इस वजह से अफवाहों को और बल मिल रहा है।
शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत का कहना है कि महाराष्ट्र के वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को निकट भविष्य में बदला जा सकता है। एनसीपी के प्रमुख नेता अजीत पवार के आठ अन्य विधायकों के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में शामिल होने के फैसले के बाद यह स्थिति बनी है।
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