लोकसभा चुनाव के नतीजे आये भी नहीं हैं, लेकिन महाराष्ट्र में अगले संघर्ष की बिसात बिछने लगी है। जिस दिन महाराष्ट्र में 17 सीटों पर चौथे चरण का मतदान हो रहा था उस दिन राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार अकाल प्रभावित सोलापुर और उस्मानाबाद का दौरा सड़क मार्ग से कर रहे थे। अब पवार ने अगली रणनीति तय करने के लिए 4 मई को पार्टी के सभी विधायकों, ज़िलाध्यक्षों, लोकसभा का चुनाव लड़े प्रत्याशियों, प्रदेश व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। एक बैठक कांग्रेस पार्टी की भी होने की ख़बर है जिसमें राधा कृष्ण विखे पाटिल के इस्तीफ़े के बाद खाली हुए विपक्षी दल के नेता पद पर चुनाव के लिए चर्चा होगी। इसके साथ ही चुनाव की समीक्षा भी होगी। वहीं अब राज ठाकरे ने सूखे को लेकर राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल उठाये हैं। इसे देख ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनाव परिणाम का भी इंतज़ार नहीं कर पार्टियाँ विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने में जुट गयी हैं।
नेताओं को सिर्फ़ चुनाव की चिंता, 27000 गाँव सूखे की चपेट में
- महाराष्ट्र
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- 3 May, 2019

लोकसभा चुनाव के नतीजे आये भी नहीं हैं, लेकिन महाराष्ट्र में अगले संघर्ष यानी विधानसभा चुनाव की बिसात बिछले लगी है। तो क्या सूखे का मुद्दा अब ज़ोर शोर से उठेगा?